अलविदा मौत शायरी 2 लाइन | Death Shayari 2024

Death Shayari
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मौत पर भी यकीन है उस पर भी एतबार है !देखते हैं पहले कौन आता है दोनो का इंतज़ार है !😒

हाथ पढ़ने वाले ने तो परेशानी में डाल दिया मुझे,लकीरें देख कर बोला तू मौत से नहीं,किसी की याद में मरेगा

किसी खुशी के साथ जीना हो नही पा रहा मेरा,मुझे अब किसी गम के साथ मौत का सफर तय करना है !

तू बदनाम ना हो इसलिए जी रहा हूँ मैंवरना मरने का इरादा तो रोज होता है !😭

सुलगती जिंदगी से मौत आ जाये तो बेहतर है !हमसे दिल के अरमानों का अब मातम नहीं होता !

जहर पिने से कब मौत आती है,मर्जी खुदा की भी चाहिए मरने के लिए !

मेरे चहरे से कफन को हटा कर !जरा दीदार तो कर लो !ऐ बेवफा बंद हो गई है वो आंखे !जिन्हे तुम रुलाया करते थे !

छोड़ दिया मुझको आज मेरी मौत ने ये कह कर,हो जाओ जब जिन्दा तो खबर कर देना

कितना दर्द है दिल में दिखाया नहीं जाता,किसी की बर्बादी का किस्सा सुनाया नहीं जाता,एक बार जी भर के देख लो इस चहरे को,क्यूंकि बार बार कफन उठाया नहीं जात

वफा सीखनी है तो मौत से सीखो,जो एक बार अपना बना ले तो,फिर किसी का होने नहीं देती !

एक दिन जब हुआ इश्‍क का एहसास उन्‍हें,वो हमारे पास आ कर सारा दिन रोते रहे,और हम भी इतने खुदगरज निकले यारों कि,आँखे बंद कर के कफन में सोते रहे !

मौत की चिंता नहीं सताती मुझे,मेरे सपनों का अधूरापन सताता है,आज भी दिल में जल रही हैआग मेरा जूनून बताता है ।

वो ढूंढ रहे थे हमें शायद उन्हें हमारी तलाश थी,पर जहाँ वो खड़े थे वही दफन हमारी लाश

कितना और दर्द देगा बस इतना बता दे,ऐसा कर ऐ खुदा मेरी हस्ती मिटा दे,ये घुट घुट कर जीने से तोह मौत बेहतर है,में कभी न जागूँ मुझे ऐसे नींद सुला दे !

वादे तो हजारों किये थे उसने मुझसे,काश एक वादा ही उसने निभाया होता,मौत का किसको पता कि कब आएगी,पर काश उसने जिन्दा न जलाया होता !

इक तुम हो जिसे प्यार भी याद नहीं,इक में हूँ जिसे और कुछ याद नहीं,ज़िन्दगी मौत के दो ही तो तराने हैं,इक तुम्हें याद नहीं इक मुझे याद नहीं

किसी को दिल से चाहना बुरा तो नहीं किसी,को दिल में बसना बुरा तो नहीं गुनाह गोगा,ज़माने की नजर में तो क्या हुआ ज़माने,वाले भी इंसान है कोई भगवान तो नहीं !

ना जाने मेरी मौत कैसी होगी,पर ये तो तय है की तेरी बेवफाई से तो बेहतर होगी !

मोहब्बत और मौत दोनों बिन बुलाए मेहमान होते है,कब आजाए कोई नहीं जानता लेकिन दोनों का,एक ही काम है एक को दिल चाहिए दुसरी को धड़कन !

कम से कम मौत से ऐसी मुझे उम्मीद नहीं,ज़िंदगी तू ने तो धोके पे दिया है धोका !!

मौत एक सच्चाई है उसमे कोई ऐब नहीं,क्या लेके जाओगे यारों कफन में कोई जेब नही !

इश्क कहता है मुझे इक बार कर के देख,तुझे मौत से न मिलवा दिया तो मेरा नाम बदल देना !

जिसमे जिंदगी लम्बी है वो उम्र मुझे नहीं चाहिएतुम अगर साथ नहीं मेरे तो वो संसार मुझे नहीं चाहिए !

मौत माँगते है तो जिंदगी खफा हो जाती है,जहर लेते है तो वो भी दवा हो जाती है,तु बता ऐ ज़िन्दगी तेरा क्या करूजिसको भी चाहा वो बेवफा हो जाती है !

जीने की वजह तक नहीं पूछी सारी उम्र किसी ने,और मौत के दिन सबने पूछा की कैसे मरा !

मरते हैं आरज़ू में मरने की,मौत आती है पर नहीं आती !

तेरी ही जुस्तजू में जी लिया इक ज़िंदगी मैंने,गले मुझको लगाकर खत्म साँसों का सफर कर दे !

ए जिंदगी अब मेरा हिसाब,मुनासिब कर दे मौत से,मेरी मुलाकात करा दे !

मेरी मौत के बाद वो ही रोते रहे सबके सामने,जिन्होंने मेरी मौत की दुआ मांगी थी !

तेरी ही जुस्तजू में जी लिया इक जिंदगी मैंने,गले मुझको लगाकर खत्म साँसों का सफर कर दे !

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