बुढ़ापे
बुढ़ापे में आपको
रोटी आपका दिया हुआ परवरिश खिलाता है,
आपका औलाद नहीं।
आंधी पक्की आंधी, जली रोटी को देख लो,
कम उम्र में ब्याही गई किसी लड़की को देख लो
माँ के बगैर अगर जिंदगी देखनी है तो
बगैर पानी के तड़पती हुई मछली को देख लो।
जिन बच्चों की आँखों में माँ ने कभी आंसू नहीं आने दिए
वही लड़का जवानी में माँ से छुप छुप कर रोता।
मेहनत
कोई कितना भी कमजोर क्यों ना हो,
अगर मन लगा कर पढ़ाई करे तो कुछ भी असंभव नहीं।
मंदिर
मंदिरों में तो।
बस शोर है।
दुआओं की गूंज।
अस्पतालों से आती।
मर्द
मर्द कभी भी काम करके परेशान नहीं होता।
इतना परेशान वो घर वालों की उल्टी सीधी बातों से होता है।
लड़का का दर्द
लड़कों को डर फेल होने या असफल होने से नहीं लगता
बल्कि डर उसे पड़ोसियों और रिश्तेदारों के तानों से लगता है।
एक लड़का को दर्द तब होता है
जब उसे पता चलता है
की जीस परिवार के लिए वो दिन रात परिश्रम कर रहा है।
वही लोग उसे दो कौड़ी के समझते हैं।
लड़कों के लिए घर तो बस नाम का होता है,
ज़िन्दगी बीत जाता है बाहर पैसा कमाते कमाते।
हमेशा वही व्यक्ति अकेला रह जाता है
जो खुद से ज्यादा दूसरों को विक्र करता।
एक लड़का। के सारे शौक
तब मर जाता है जब बात।
घर।के। जिम्मेदारियों पर आ जाता।है।
एक लड़का अपने सारे शोक
उस दिन से खत्म कर देता हैं।
इस दिन माँ कहती हैं
बेटा अब घर के जिम्मेदारी तेरे ऊपर।
लड़की
एक लड़की बाप गरीबी बर्दाश्त कर लेती है
लेकिन पति की गरीबी बर्दाश्त नहीं करती
क्योंकि उसे पति बदलने का ऑप्शन होता है
बाप बदलने का।
जीस लड़की को घमंड है
की उस पर।100 लोग मरते है
उसे नहीं। पता की वो 100 लोग।
सब।लड़की पर मरते है।
एक लड़की एक लड़का को।
इसलिए भी नहीं समझती।
की उसे गुरूर होता है
की उसे चाहने वाला हजारों है।
दरअसल चाहने वाला कोई एक ही होता है।
इस्तेमाल करने वाले 999 होते हैं।
औरत
औरत जवानी में बीवी बनकर अलग होने पर जोड़ देती है
और बुढ़ापे में सास बनकर इकट्ठा रहने की दलील देती है।
पत्नी को इज्जत? करने। वाला? पति? गुलाम नहीं होता।
वो तो एक ऐसी माँ का बेटा होता है।
जिसने उसे औरत को इज्जत।करना सिखाई होती है।
Motivational
दूसरा मौका सबको मिलता है।
ताबीज़ पहली बाजी सबने हारी होती।
जुबान के मीठे
जुबान के मीठे और दिमाग से जहरीले शकुनी से बचिए
वरना महाभारत आपके ज़िन्दगी में भी हो सकता है।
जीवन साथी
जीवन साथी इतना भरोसा करने वाला होना चाहिए।
कि जब पूरी दुनिया।आपके।खिलाफ़ खड़े हो,
फिर भी वो बोले।घबराओ नहीं मैं तुम्हारे साथ हु.
माता पिता
माता पिता जानते हैं की वो रह तो रहे हैं बेटों के घर में
मगर वैसे नहीं जैसे बेटे रहते थे उनके घर में।
माँ सोचती है कि बेटा आज भूखा ना रहे
पिता सोचते हैं कि बेटा कल भूखा ना रहे।
दुनिया में बस यही दो रिश्ते हैं।
जिनका दर्जा भगवान से भी ऊंचा।
माँ
एक लड़का को हज़ारगम हो,
फिर भी खुशी से फूल जाता है
जब हस्ती है उसकी माँ तो
वो हर गम भूल जाता।
जिसके सिर पर।माँ का आंचल होता है।
ना दुनिया में उसे किसी।छत की जरूरत नहीं होती।
बेरोजगार
नरक भोगने के लिए पाप करना ही जरूरी नहीं है।
अगर आप एक शिक्षित बेरोजगार है
तो ये भी किसी नर्क से कम नहीं हो।
हार
इंसान की सबसे बड़ी हार तब हो जाती है
जब उसे पता चलता है
कि जिसे हम अपना सब कुछ समझते हैं,
उसके लिए हम कुछ भी नहीं।