इश्क़ की बीमारी Shayari Best Collections, Ishq bimari shayari

इश्क़ की बीमारी Shayari
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Hello दोस्तो,आज हम आपके लिए लेकर आए कुछ खास इश्क की बीमारी शायरी इश्क़ में डूबे व्यक्ति का हाल कुछ ऐसा हो जाता है, जिसे वो छुपा भी नहीं पाता और किसी को बता भी नहीं पाता.

आज की पोस्ट खास हैं जो  Ishq की बीमारी Shayari के ऊपर बनाया गया हैं जिसमे आप सभी पढ़ सकते हैं ढेरो  इश्क Status  को जो आप सभी इश्क करने वाले दोस्तों को पसंद आएगा। क्युकी यह पोस्ट खास उन सभी आशिको के लिए हैं, जिन्हे इश्क हुआ हैं किसी से. और यह पोस्ट उन सभी के प्यार की जुबान बनेगा प्यार भरे अल्फ़ाज़ों के साथ  Ishq की बीमारी Shayari के इस कलेक्शन में.

इश्क किया था हमने भी.
हम भी रातों को जागते थे.
था कोई जिसके पीछे हम नंगे पांव भागे थे |


के सजदे में सर को झुकाया,
करेंगे तेरे बारे में सबको बताया करेंगे ।
सजदे में सर को झुकाया करेंगे,
तेरे बारे में सबको बताया करेंगे
तेरी बातें समझ में आए ना आए
हम हाँ में हाथों मिलाया करे।


इश्क एक ही जात में हो ज़रूरी है क्या?
वो राजी हर एक बात में हो जरूरी है क्या ।


कि इश्क एक ही जात में हो जरूरी है क्या?
वो राजी हर एक बात में हो जरूरी है क्या
और हम दिल दे बैठे जीस मौसम में
वो मौसम पतझड़ का था
अरे मोहब्बत बस बरसात में हो ज़रूरी है क्या?


कभी कुछ बाजी हार के भी देख लेने दो हमें
जीत ही अच्छी हर बिसात में हो ज़रूरी है क्या?
और बड़ी आसानी से ये मान लिया तुमने
वो बेवफा है मिलावट उसके भी जज्बात में हो ज़रूरी है।


की बड़ी आसानी से ये मान लिया तुमने वो बेवफा है।
मिलावट उसके भी जज्बात में हो ज़रूरी है क्या?
और अब वो दोनों रिश्ता तोड़ने की बात करते है
की अब वो दोनों रिश्ता तोड़ने की बात करते है,
मगर दोनों एक ही हालात में हूँ। जरूरी है क्या?

Long Ishq Shayar

दिल में छुपी किताब के पन्नों को खोल ही देता हूँ।
आज तुम सामने बैठी हो तो बोल ही देता हूँ
की ये जो ज़ुल्फे है तुम्हारी किसी घने दरख्त से कम नहीं।
और मैं परिंदा इसमें रहने वाला जिसे अब कोई गम नहीं।
ये जो चेहरा है तुम्हारा मुझे गर्दिश जैसा लगता है
जिसे चूमना हर बार एक ख्वाहिश जैसा लगता है।

उसी गर्दिश का चाँद है तुम्हारे माथे की बिंदिया।
तुम्हारा दुपट्टा हो चेहरे पर और फिर हाय ये नंदिया।
उसी गर्दिश के तारे जैसी है तुम्हारी आँखे।
किसी झील के किनारे जैसी है तुम्हारी आंखें।
आंखें जिन्होंने मिलकर हजारों ख्वाब देखे हैं,
आंखें जिन्होंने पहले चेहरे पर नकाब देखे हैं,
तुम्हारे चेहरे पर बस मुझे एक गुस्सा ही नहीं भाता
और इसकी एक ये भी वजह है कि मुझे मनाना नहीं आता।

SelfShayari

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